Not known Details About karj mukti upay

माना जाता है कि मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा करने के साथ-साथ आप कर्ज से मुक्ति के लिए वट वृक्ष की पूजा भी कर सकते हैं। ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक, मंगलवार को वट वृक्ष की जड़ में मीठा दूध और पानी मिलाकर अर्पित करना चाहिए। साथ ही, वृक्ष के जड़ की गीली मिट्टी को अपनी नाभि पर भी लगाएं। ऐसा करने से आपको कर्ज से मुक्ति मिल सकती है और घर की आर्थिक स्थिति में सुधार आने लगता है। माना जाता है कि इस उपाय को करने से जीवन और घर में हमेशा खुशहाली बनी रहती है और पैसों की तंगी से भी निजात मिल सकती है।

तुलसी के पत्तों से करें यह चमत्कारी उपाय

यह भी पढ़ें: जानिए स्वप्न शास्त्र में इसके शुभ संकेत और अर्थ

नाखून से भी मिलता है शुभ और अशुभ का संकेत, अपशकुन का इशारा मिलने पर करें इस मंत्र का जप

मंगल की भातपूजा, दान, होम और जप करना चाहिए। मंगल एवं बुधवार को कर्ज का लेन-देन न करें। प्रतिदिन हनुमानअष्टक का पाठ सात बार करें। अगर प्रतिदिन करना संभव न हो तो मंगलवार को जरूर करें।

   इन अंगों पर तिल है धनवान होने वाले हैं

   पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति का भविष्यफल

कभी-कभी एक कमजोर ग्रह ऋण संबंधी समस्याओं को पैदा कर सकता है। किसी ज्योतिषी से सलाह लें कि कौनसा रत्न आपके जन्म चार्ट के अनुसार आपके लिए उपयुक्त होगा। एक कमजोर ग्रह के प्रभाव को कम करने के लिए एक रत्न पहनें और आप बिना कोई समय गंवाए अपने जीवन में बदलाव देखेंगे।

भागवत पुराण में कलयुग का वर्णन मिलता है। इसमें बताया गया है कि कलयुग कैसा होगा, इस काल के लोग कैसे होंगे और यह युग कब समाप्त होगा। इसमें कलयुग के वर्ण के साथ ही इस पुराण में हमें कई भविष्यवाणियां click here भी पढ़ने को मिलती है। जैसे.

कर्ज से छुटकारा पाएं इस तरह भी – कर्ज मुक्ति के टोटके – karj se chhutakaara paen is tarah bhee – karz mukti ke totke

मंगलवार को कर्ज लेना कभी न भूलें और मंगलवार से लिए गए कर्ज की पहली किश्त देना शुरू कर दें। इसके कारण कर्ज जल्द ही दूर हो जाता है।

हिंसा, रेप, पलायन झेल रहे लोग...मणिपुर पर प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार को घेरा

ऋणमोचक मंगल या गजेन्द्र-मोक्ष स्तोत्र का पाठ करें

ज्योतिष तंत्र-मंत्र-यंत्र से मनोकामना पूरी करने का वैज्ञानिक आधार जानें, ऐसे प्रयोग करने से बनेंगे आपके बिगड़े काम

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *